इमरजेंसी फिल्म को लेकर कंगना ने क्या कहा जानिए इस लेख में

कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ 17 जनवरी के दिन सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। ऐसे में ‘इमरजेंसी’ की टीम इसका जमकर प्रमोशन कर रही है। प्रमोशन के दौरान, कंगना ने फिल्म बनाते और रिलीज करते वक्त आई परेशानियों का जिक्र किया। कंगना ने कहा कि उनकी फिल्म की हर एक चीज की बारीकी से जांच की गई।

 

क्या बोलीं कंगना?

कंगना ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, “बहुत संघर्ष रहा। देखिए आज तक कोई भी इंदिरा गांधी पर फिल्म नहीं बना पाया है। इंस्पायर्ड बोलकर या नाम बदलकर फिल्म बनाना अलग बात है, लेकिन उन पर कोई फिल्म नहीं बनी है। एक फिल्म बनी थी ‘किस्सा कुर्सी का’ जिसके किस्से आज भी चलते हैं। इस फिल्म के डायरेक्टर को आत्महत्या करनी पड़ी थी। उनके लिए इस तरह का माहौल पैदा कर दिया गया था।” हालांकि, विकिपीडिया के मुताबिक, ‘किस्सा कुर्सी का’ के डायरेक्टर अमृत की एस्कॉर्ट्स अस्पताल में एक ऑपरेशन के दौरान मृत्यु हुई थी।

सेंसर बोर्ड पर पूरा भरोसा है’

कंगना ने आगे कहा, “हम में इस फिल्म को बनाने की हिम्मत अब आई है क्योंकि आज बोलने की आजादी है। हमें यह फिल्म न जाने कितने समुदायों को दिखानी पड़ी। इस फिल्म की हर चीज का सबूत हमें देना पड़ा है। हमें अपने देश, अपने संविधान और सेंसर बोर्ड पर पूरा भरोसा है। हम बहुत खुश हैं और इस फिल्म को दुनिया को दिखाने के लिए उत्सुक हैं।”

‘बस यही सवाल हमेशा हमारे दिमाग में रहता था’

कंगना ने अपनी बात खत्म करते हुए कहा, “मुझे इस बात का जरा-सा भी अंदाजा नहीं था कि इस फिल्म को बनाते समय मुझे इतनी सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा…. आमतौर पर मेरी फिल्में बहुत कम बजट में बन जाती हैं, लेकिन इस बार मुझे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा – चाहे वह स्टूडियो से संबंधित हो या फंड से। सबसे बड़ा संघर्ष यह था कि कोई भी फिल्म की रिलीज को लेकर आश्वस्त नहीं था। ‘क्या ये फिल्म कभी रिलीज हो भी पाएगी?’ बस यही सवाल हमेशा हमारे दिमाग में रहता था।”

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