
ओशो के अनुसार भोजन के नियम
ओशो के अनुसार शरीर और मन को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है,
उसके लिए
अगर मन बीमार है तो शरीर ज्यादा देर तक स्वस्थ नहीं रहता इसलिए जो लोग मन को स्वस्थ रखने का उपाय समझ लेते हैं वह शरीर के बाबत मुफ्त में बहुत सा स्वास्थ्य उपलब्ध कर लेते हैं|
इसलिए आपको अपने भोजन में या अपने आहार में थोड़ा विवेक पूर्ण होना होगा भोजन इतना ज्यादा ना हो कि उससे शरीर आलस्य पूर्ण होता हो
आलस्य अशुद्धि है वह ऐसा ना हो कि शरीर उत्तेजना से भरता हो उत्तेजना अशुद्धि है क्योंकि उत्तेजना ग्रंथियां पैदा करेगी वो ऐसा ना हो की शरीर छिड़ होता हो क्योंकि छिड़ता कमजोरी है और शक्ति अगर उत्पन्न ना होती होगी तो परमात्मा की तरफ विकास भी नहीं हो सकता शक्ति पैदा हो लेकिन शक्ति उत्तेजक ना हो ऐसा आहार होना चाहिए शक्ति पैदा हो लेकिन वह उतनी ना हो कि उसे शेयर आलस्य से भर जाए अगर आपने जरूर से ज्यादा भोजन किया है तो सारे शरीर की शक्ति उसे पचाने में लग जाती है शरीर में अलग से छा जाता है शरीर में आलस्य छाने का और कोई मतलब नहीं है सारी शक्ति पचाने में लगती है तो शरीर आलस्य से भर जाता है आलस्य इस बात की सूचना है कि भोजन जरूर से ज्यादा हो गया , भोजन के बाद आलस्य नहीं स्फूर्ति आणि चाहिए स्वाभाविक है , भूख लगी थी फिर भोजन किया तो स्फूर्ति आणि चाहिए क्योकि शक्ति उत्पन्न करने का स्रोत ऊपर गया लेकिन आपको आलस्य आता है , आलस्य इस बात का सबूत है की आपने इतना भोजन कर लिया तो शरीर की साडी शक्ति उसको पचायेगी तो शरीर अपनी साडी शक्ति को खींच कर पेट में ले जायगा और सब तरफ से शक्ति छिड़ होने से आलस्य आ जायेगा , तो भोजन स्फूर्ति दे तब सम्यक है , भोजन उत्तेजना न दे तब सम्यक है भोजन मादकता न दे तब सम्यक है ये तीनो बाते स्मरण रखे |
#oshoquotes #osho #osholovers #oshomeditation #oshointernational #buddha #quotes #meditation #spirituality #spiritualawakening #oshoquote #love #awakening #sadhguruquotes #oshobrasil #rumiquotes #peace #osholove #oshobooks #buddhaquotes #sadhguru #oshohindi #meditationquotes #spiritual #thichnhathanh #motivation #buddhism #spiritualgrowth #innerwisdom #plat